देवेंद्र फडणवीस ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की और बाद में वे भाजपा के वार्ड संयोजक बने। यहीं से उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत हुई, जो आज दो बार मुख्यमंत्री बनने तक पहुंच चुकी है और वे अब तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं
देवेंद्र फडणवीस पिछले 10 सालों में तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं. पहले वह 2014 से लेकर 2019 तक सीएम रह चुके हैं. इसके बाद 2019 में वह कुछ घंटों के लिए मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद अब फडणवीस सीएम बने हैं.
शपथ ग्रहण के दौरान शिवसेना के एकनाथ शिंदे का चेहरा मायूस दिखाई दिया. ढाई साल तक मुख्यमंत्री रहे शिंदे अब उप-मुख्यमंत्री बनाए गए हैं. सीएम की कुर्सी जाने का दुख शिंदे के चेहर पर साफ दिखाई दिया.
आज हम आपको उनके शुरूआती दिनों के बारे में बताते हैं। वह नागपुर के रहने वाले हैं। उनके पिता गंगाधर राव फडणवीस बीजेपी के एमएलसी थे। वह जनसंघ के सक्रिय सदस्य थे। आपातकाल के दौरान पिता के जेल जाने से उनको तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी से नफरत हो गई थी।
फडणवीस सरकार के शपथ ग्रहण में एनडीए गठबंधन अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाएगा. इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री भी इस शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करेंगे.
चुनाव परिणाम आने के बाद 10 दिनों तक एकनाथ शिंदे ने पूरी ताकत लगाई कि उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री बनाया जाए. इसके लिए शिंदे ने दिल्ली के चक्कर भी लगाए.
शपथ ग्रहण समारोह में भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के खास इंतजाम किए जाएंगे। फडणवीस के राजतिलक का सुरक्षा इंतजाम बहुत कड़ा होगा। बता दें शपथ ग्रहण के कार्यक्रम में 4 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. इसके साथ ही बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री भी इस शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करेंगे.
बुधवार को महायुति के तीनों बड़े दल- बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित गुट) के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान एक घटना ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है.
अस्पताल ले जाते महिला राजश्री माधव वाघमारे की हालत गंभीर हो गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दोनों पुलिसकर्मी महिला को पास के शेड में ले गए और डॉक्टर की सलाह पर उसकी डिलीवरी कराई।