दिल्ली चुनाव में अपना खोया जनाधार वापस पाने के लिए कांग्रेस भी एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रखी है। नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ संदीप दीक्षित को उतारा गया है। ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस ने मजबूत उम्मदीवार उतारे हैं।
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने 13 जनवरी से दिल्ली के विधानसभा चुनाव में अपने प्रचार अभियान की शुरू कर दी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने AAP के गढ़ सीलमपुर में एक बड़ी रैली को संबोधित किया। इस दौरान राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा।
राहुल ने कहा कि मोदी और केजरीवाल दोनों नहीं चाहते कि दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को उनका हक़ मिले। उन्होंने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही समान भागीदारी और संविधान की रक्षा के लिए लगातार आवाज़ उठा रही है। आप सभी दिल्लीवासी इस फर्क को समझिए!
बता दें कि दिल्ली चुनाव में अपना खोया जनाधार वापस पाने के लिए कांग्रेस भी एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रखी है। नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ संदीप दीक्षित को उतारा गया है। ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस ने मजबूत उम्मदीवार उतारे हैं।
गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन ने भी कांग्रेस को ठेंगा दिखा दिया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे जैसे बड़े नेताओं ने ऐलान किया कि वो दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी को समर्थन देंगे। अखिलेश यादव ने तो साफ़ शब्दों में कहा है कि दिल्ली में भाजपा को केजरीवाल ही हरा सकते हैं। कांग्रेस अभी इस स्थिति में नहीं है। इस कारण हम आप को समर्थन देंगे।
वहीं, तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने कहा कि वो चाहते हैं कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बने। महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथी उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने भी AAP को समर्थन दिया है। शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने कह दिया है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने काफी अच्छा किया है, उसे ही जीतना चाहिए।