इंडिया गठबंधन के कई दलों ने कांग्रेस पर दबाव डालने की कोशिश की है कि वह ताकत से चुनाव ना लड़े जिससे AAP का नुकसान ना हो। इंडिया गठबंधन के दो बड़े नेता- ममता बनर्जी और अखिलेश यादव ने तो दिल्ली चुनाव में...
नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होने को अब 15 दिन से भी कम वक्त बचा है। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने चुनाव के ऐन वक्त में सुस्ती दिखाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार-23 जनवरी को होने वाली अपनी रैली को रद्द कर दिया है। बताया जा रहा है कि राहुल इंडिया गठबंधन के साथी दलों के दबाव में आ गए हैं।
बता दें कि इंडिया गठबंधन के कई दलों ने कांग्रेस पर दबाव डालने की कोशिश की है कि वह ताकत से चुनाव ना लड़े जिससे AAP का नुकसान ना हो। इंडिया गठबंधन के दो बड़े नेता- ममता बनर्जी और अखिलेश यादव ने तो दिल्ली चुनाव में AAP का समर्थन कर दिया है। बताया जा रहा है कि साथी दलों का दबाव ही है कि राहुल गांधी अभी तक दिल्ली के दंगल में पूरी तरह से नहीं उतर पाए हैं।
गौरतलब है कि 2015 और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी का खाता तक नहीं खुला था। 1998 से 2013 तक दिल्ली में सरकार चलाने वाली कांग्रेस की हालत इस वक्त बहुत खस्ती है।
बता दें कि दिल्ली की सभी 70 सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होगा। 8 फरवरी को रिजल्ट की घोषणा की जाएगी। दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को ख़त्म होने वाला है। 2020 विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा 6 जनवरी को हुई थी। सभी 70 सीटों पर एक चरण में 8 फरवरी 2020 को वोटिंग हुई थी और नतीजों की घोषणा 11 फरवरी को हुई थी।
साल 2020 में आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर जीत हासिल की थी, वहीं भाजपा सिर्फ 8 सीटें जीतने में कामयाब रही। आम आदमी पार्टी ने 53.57% वोट शेयर हासिल किया था। कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी।