डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को सुझाव दिया था कि जॉर्डन और मिस्र गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनियों को अपने यहां पर शरण दें। इसके बाद अमेरिका गाजा को अपने कब्जे में लेगा और फिर उसे री-डेवलप करेगा।
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तीन दिन के अंदर दूसरी बार गाजा पर कब्जा करने वाला बयान दिया है। ट्रंप ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर कहा कि फिलिस्तीन के लोगों को गाजा से निकालकर मिस्र और जॉर्डन भेजा जाना चाहिए। हम गाजा का फिर से निर्माण करेंगे। बता दें कि ट्रंप के बयान पर इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू गदगद हो गए हैं। नेतन्याहू ने कहा कि फिलिस्तीन के लोगों को गाजा से निकलने में इजराइल की सेना मदद करेगी।
मालूम हो कि इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को सुझाव दिया था कि जॉर्डन और मिस्र गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनियों को अपने यहां पर शरण दें। इसके बाद अमेरिका गाजा को अपने कब्जे में लेगा और फिर उसे री-डेवलप करेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि गाजा को फिर से बसाने की जगह पर फिलिस्तीनियों को अब किसी नई जगह पर बसाना ज्यादा बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि गाजा के फिलिस्तीनियों को अगर सही जगह मिल जाए और वहां पर अच्छे घर बना दिए जाएं तो फिर यह उनके लिए वापस लौटने से काफी बेहतर होगा।
ट्रंप ने कहा है कि हम अब गाजा का कंट्रोल अपने हाथ में लेना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम गाजा में मौजूद खतरनाक बमों-हथियारों को हटा देंगे। इसके साथ ही नष्ट हो गईं इमारतों को भी हम साफ कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम उस जगह को साफ करके वहां का ऐसा आर्थिक विकास कर सकते हैं, जिससे वहां पर शांति स्थापित हो पाएगी।
डोनाल्ड ट्रंप के इस प्लान का इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि गाजा में इजराइल के तीन मुख्य मकसद हैं। पहला मकसद बंधकों की रिहाई, दूसरा मकसद गाजा को लेकर पहले से बने प्लान को पूरा करना और तीसरा मकसद हमास की सैन्य ताकत का पूर्ण खात्मा। नेतन्याहू ने कहा कि हम अपने इन तीनों मकसदों को पूरा करके ही रहेंगे।