नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप की हार के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने आज उपराज्यपाल वीके सिंह से मुलाकात की और अपना इस्तीफा सौंप दिया। दिल्ली की सीएम आतिशी के इस्तीफे के साथ ही उपराज्यपाल ने आज विधानसभा भंग कर दी। नतीजों के दूसरे दिन आतिशी सुबह 11 बजे एलजी सचिवालय पहुंचीं और यहां उन्होंने एलजी विनय कुमार सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंपा। इसके बाद एलजी ने दिल्ली विधानसभा भंग करने की अधिसूचना जारी कर दी है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी 70 में से 48 सीटें जीतकर 26 साल बाद सत्ता में लौटी है। जबकि आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर सिमट गई।
एलजी ने आज गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, 7 फरवरी के गजट नोटिफिकेशन में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी की सातवीं विधानसभा को भंग कर दिया। अधिसूचना में कहा गया है, “राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार अधिनियम, 1991 की धारा 6 की उपधारा (2) (बी) द्वारा मुझे प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए, मैं, विनय कुमार सक्सेना, दिल्ली के उपराज्यपाल, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सातवीं विधानसभा को 08 फरवरी, 2025 से भंग करता हूं।” यह नोटिस आज सार्वजनिक किया गया है।
आपको बता दें जेल जाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल 17 सितंबर को दिल्ली की कमान आतिशी को सौंपी थी। आम आदमी पार्टी के विधायकों की बैठक में उन्हें दिल्ली का मुख्यमंत्री चुना गया था। वह 43 साल की उम्र में दिल्ली की सबसे कम उम्र की सीएम भी बनीं। हालांकि, आतिशी 141 दिनों के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं।
इस चुनाव में आतिशी को छोड़कर आम आदमी पार्टी के सभी दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा है। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सतेंद्र जैन जैसे नाम शामिल हैं। आम आदमी पार्टी ने 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी। इस बार चुनाव में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
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