पटना: मोकामा के बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह के बारे में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का अहम बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अनंत सिंह की ताकत सरकार से भी ज्यादा है। इस बयान के पीछे उन्होंने यह तर्क दिया कि अगर कोई किसी समस्या के समाधान के लिए अनंत सिंह के पास जाता है, तो वह पंचायत करके मुद्दे को सुलझा देते हैं। लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर उन्होंने कहा कि मोकामा में हुई गोलीबारी में कोई भी कानून व्यवस्था की समस्या नहीं थी। मांझी ने अनंत सिंह का समर्थन करते हुए कहा कि इस मामले में उनकी कोई गलती नहीं थी और वह केवल फैसले कराने के लिए वहां गए थे।
अनंत सिंह बाल-बाल बच गए
मांझी ने यह भी कहा कि गांवों में अक्सर जनप्रतिनिधि बुलाए जाते हैं ताकि पंचायत के माध्यम से विवादों का समाधान किया जा सके। यदि कोई पिस्तौल निकालकर गोली चलाए तो क्या वह चुप रहेगा? यह वही स्थिति थी जो अनंत सिंह के साथ घटी। तेजस्वी यादव के बयान पर मांझी ने कहा कि वे सिर्फ बेतुकी बातें करते हैं। बात करें नौरंगा गांव की गोलीबारी की घटना की, तो यह घटना पटना जिले के मोकामा जिले में बुधवार को हुई थी, जिसमें पूर्व विधायक अनंत सिंह बाल-बाल बच गए थे। इस मामले में अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। अनंत सिंह ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार कर लिया है।
कुछ गरीब लोगों ने उनसे संपर्क किया
अनंत सिंह ने बताया कि नौरंगा गांव में कुछ गरीब लोगों ने उनसे संपर्क किया और आरोप लगाया कि कुछ दबंगों ने उन्हें उनके घरों से बाहर कर दिया और घरों पर ताले लगा दिए। इसके बाद अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और ताले खोलने का प्रयास किया। जब सोनू-मोनू के समर्थक उनका विरोध करने पहुंचे तो दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हो गई। यह भी बता दें कि अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी मोकामा से विधायक हैं और हाल ही में उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को छोड़कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यू) में शामिल हो गई हैं।