केजरीवाल नई दिल्ली सीट से हार गए हैं। भाजपा के प्रवेश वर्मा ने उन्हें 3182 वोटों से हरा दिया है। केजरीवाल की हार आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका है। कहा जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल इस हार को पचा नहीं पा रहे। बीजेपी की गुगली के सामने आम आदमी पार्टी की टॉप आर्डर पूरी तरह से धवस्त हो गई। सवाल उठता है कि आखिर प्रवेश वर्मा ने 10 साल सीएम रहे अरविंद केजरीवाल को कैसे हरा दिया?
नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से हार गए हैं। भाजपा के प्रवेश वर्मा ने उन्हें 3182 वोटों से हरा दिया है। केजरीवाल की हार आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका है। कहा जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल इस हार को पचा नहीं पा रहे। बीजेपी की गुगली के सामने आम आदमी पार्टी की टॉप आर्डर पूरी तरह से धवस्त हो गई। सवाल उठता है कि आखिर प्रवेश वर्मा ने 10 साल सीएम रहे अरविंद केजरीवाल को कैसे हरा दिया?
अरविंद केजरीवाल की शर्मनाक हार के पीछे पीएम मोदी की वह चाल है, जो उन्होंने 1 फरवरी को चली थी। हम बात कर रहे हैं बजट सत्र की। 1 फरवरी को बजट में मिडिल क्लास को 12 लाख तक टैक्स फ्री करके बीजेपी ने बहुत बड़ी चाल चली थी। इससे गदगद होकर लोगों ने प्रवेश वर्मा को वोट दिया। बता दें कि नई दिल्ली विधानसभा सीट पर कुल वोटरों में ज्यादातर सरकारी कर्मचारी हैं। मोदी सरकार ने 12 लाख तक इनकम टैक्स माफ़ कर दिया तो सरकारी कर्मचारी ख़ुशी से झूम उठे। इस ऐलान ने केजरीवाल के हार की स्क्रिप्ट लिख दी थी। नतीजन केजरीवाल हार गए और प्रवेश वर्मा जीत गए।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर 5 फरवरी को वोटिंग हुई थी। भाजपा अब लगग सरकार बनाते हुए दिख रही है। आप के बड़े-बड़े दिग्गज धराशाई हो चुके हैं। यह 27 साल बाद उसकी दिल्ली की सत्ता में वापसी होगी। 1993 में बीजेपी ने 49 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। 5 साल में 3 सीएम बने थे–मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज।
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