धर्मचक्र

मन की कामना पूरी होती है इस शनि मंदिर में

09 Jan 2016 17:41 PM IST

देश में सूर्यपुत्र शनिदेव के कई मंदिर हैं. उन्हीं में से एक प्रमुख है महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित शिंगणापुर का शनि मंदिर. विश्व प्रसिद्ध इस शनि मंदिर की विशेषता यह है कि यहां स्थित शनिदेव की पाषाण प्रतिमा बगैर किसी छत्र या गुंबद के खुले आसमान के नीचे एक संगमरमर के चबूतरे पर विराजित है

मानसरोवर झील है में करते हैं देवता गण स्नान, अलग है इतिहास

27 Dec 2015 15:09 PM IST

मानसरोवर झील देश की पवित्र झीलों में से एक झील मानी जाती है जिसके दर्शन के लिए देश के कौने-कौने से ऋद्धालु पहुंचते है. माना जाता है कि यह झील भगवान ब्रह्मा के मन से जुड़ी हुई है संस्कृत शब्द मानसरोवर, मानस तथा सरोवर को मिल कर बना है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है - मन का सरोवर.

कैलाश मानसरोवर में मिलता है भगवान दर्शन का एहसास

27 Dec 2015 14:08 PM IST

हिंदुओं के लिए कैलाश मानसरोवर का मतलब भगवान का साक्षात दर्शन करना है. कैलाश मानसरोवर को ब्रह्मांड का केंद्र माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि पहाड़ों की चोटी वास्तव में सोने के बने कमल के फूल की पंखुड़ियां हैं जिन्हें भगवान विष्णु ने सृष्टि की संरचना में सबसे पहले बनाया था. इन पंखुड़ियों के शिखरों में से एक है कैलाश पर्वत.

काशी, महादेव के त्रिशूल पर बसी है ये नगरी

12 Dec 2015 16:49 PM IST

शिव की नगरी काशी में महादेव साक्षात वास करते हैं. यहां बाबा विश्वनाथ के दो मंदिर बेहद खास हैं. पहला विश्वनाथ मंदिर जो 12 ज्योतिर्लिंगों में नौवां स्थान रखता है, वहीं दूसरा जिसे नया विश्वनाथ मंदिर कहा जाता है. यह मंदिर काशी विश्वविद्यालय के प्रांगण में स्थित है.

दक्षिण काली मंदिर जहां मां देती हैं सुखी जीवन का आशीर्वाद

05 Dec 2015 16:18 PM IST

हरिद्वार में मां दक्षिण काली कलियुग की कल्याणकारी शक्ति हैं जो शत्रुओं से सावधान कर काल की गति को भी बदल देती हैं. सिद्धपीठ की साधना व्यक्ति को समृद्धिशाली और सुखी जीवन प्रदान करती है.

हर-की-पौड़ी: क्या-क्या छिपा है इस पावन स्थल में

29 Nov 2015 18:00 PM IST

हर-की-पौड़ी, हरिद्वार के सर्वाधिक पवित्र एवं प्रसिद्ध स्थल के रूप में जाना जाता है. यह वह स्थान है जहां पवित्र गंगा नदी पहाड़ों को छोड़ने के बाद मैदानों में प्रवेश करती है. इस स्थान से संबंधित कई मिथकों में से एक यह है कि वैदिक समय के दौरान भगवान विष्णु एवं शिव यहां प्रकट हुए थे.

ऋषिकेश: कहां और क्या-क्या है इस पावन नगरी में?

02 Nov 2015 18:01 PM IST

हरिद्वार से 24 किलोमीटर दूर स्थित है ऋषिकेश. यही पर गंगा नदी पहाड़ों को छोड़ कर मैदानी भाग में आती है. यहां के मंदिर और आश्रम दुनिया भर में मशहूर है. इस धार्मिक शहर का वर्णन पुराणों में कई जगह मिलता है.

धर्म चक्र: ऋषिकेश स्थित नीलकंठ महादेव का है अपना महत्व

31 Oct 2015 13:26 PM IST

हरिद्वार से 25 किमी उत्तर में और देहरादून से 43 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित ऋषिकेश यूं तो लक्ष्मण झूला, त्रिवेणी घाट के अलावा कई आकर्षण केंद्रों से भरा है, लेकिन इनमें नीलकंठ महादेव का अलग ही महत्व है. यह ऋषिकेश के लगभग 5500 फीट की ऊंचाई पर स्वर्ग आश्रम की पहाड़ी की चोटी पर स्थित है.

धर्मचक्र: देखिए गया में पिंडदान के महत्व की प्राचीन कहानी

10 Oct 2015 11:50 AM IST

गयासुर की घोर तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान ब्रह्म ने उन्हें वर दिया था कि उनकी मृत्यु संसार में जन्म लेने वाले किसी भी व्यक्ति के हाथों नहीं होगी लेकिन वर मिलते ही गयासुर अत्याचारी हो गया. इसके बाद गयासुर भगवान नारायण को खोजने लगा. जब नारायण नहीं मिले तो गयासुर उनका कमलासन लेकर उड़ने लगा. जिसके बाद गयासुर और नारायण में युद्ध हुआ. जिस जगह भगवान ने गयासुर को रोका वो जगह गया के नाम से प्रसिद्ध हो गई.