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कुंभ मेले में क्यों गिरता है शेयर बाजार, पिछले 20 सालों से हर बार मचता है हाहाकार

सैमको सिक्योरिटीज ने महाकुंभ मेला अवधि के दौरान भारतीय शेयर बाजार के व्यवहार का एक दिलचस्प उदाहरण सामने रखा है. रिपोर्ट से पता चलता है कि इन सभी छह मौकों के दौरान बीएसई के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स का रिटर्न कुंभ मेले की शुरुआत से लेकर समाप्ति तक नेगेटिव देखने को मिला है.

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kumbh mela
  • January 13, 2025 6:49 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

नई दिल्ली: महाकुंभ मेला 2025 देश के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है, जिसकी शुरुआत सोमवार से हो चुकी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 4 मिलियन से अधिक लोग संगम तट पर पहली डुबकी लगा चुके हैं। कुंभ मेला न केवल भारत के लोगों के लिए, बल्कि दुनियाभर से भारतीय और विदेशी श्रद्धालुओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है। मान्यता है कि कुंभ मेले के दौरान पवित्र गंगा में डुबकी लगाने से आत्मा की शुद्धि होती है और मोक्ष प्राप्त होता है। हालांकि, एक दिलचस्प सवाल यह उठता है कि कुंभ मेला के दौरान भारतीय शेयर बाजार में गिरावट क्यों देखी जाती है। यह सिर्फ एक सामान्य बात नहीं है, बीते 20 वर्षों में जितने भी कुंभ मेले हुए, उस दौरान शेयर बाजार की हालत खराब रही है। आइए, आंकड़ों के जरिए इसे समझने की कोशिश करते हैं।

कुंभ मेले के दौरान सेंसेक्स में गिरावट

सैमको सिक्योरिटीज ने महाकुंभ मेला के दौरान भारतीय शेयर बाजार के प्रदर्शन का अध्ययन किया है। सैमको सिक्योरिटीज के मार्केट पर्सपेक्टिव्स और रिसर्च प्रमुख अपूर्व सेठ ने पिछले 20 वर्षों में छह कुंभ मेलों के दौरान बाजार के प्रदर्शन की जांच की। रिपोर्ट से पता चलता है कि इन छह मौकों पर बीएसई के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में कुंभ मेला शुरू होने से लेकर समाप्त होने तक नकारात्मक रिटर्न देखा गया। कुल मिलाकर, कुंभ मेले की अवधि में सेंसेक्स में 3.4 फीसदी की गिरावट आई।

क्यों हुई गिरावट

सेंसेक्स में सबसे बड़ी गिरावट 2015 के कुंभ मेले के दौरान हुई, जब जुलाई 2015 से सितंबर 2015 के बीच सेंसेक्स में 8.3 फीसदी की गिरावट आई। दूसरी बड़ी गिरावट अप्रैल 2021 के कुंभ मेला के दौरान रही, जब सेंसेक्स 4.2 फीसदी नीचे गिरा। वहीं, 2010 के कुंभ मेले में सेंसेक्स में सबसे कम गिरावट देखी गई, जो 1.2 फीसदी थी। इसी तरह, 2013 में 1.3 फीसदी और 2016 में 2.4 फीसदी की गिरावट आई। इस प्रकार, पिछले 20 वर्षों में कुंभ मेला के दौरान ऐसा कोई मौका नहीं आया जब सेंसेक्स ने सकारात्मक रिटर्न दिया हो।

छह महीने बाद पॉजिटिव रिटर्न

सैमको सिक्योरिटीज के अपूर्व शेठ ने यह भी बताया कि कुंभ मेला के बाद छह महीने की अवधि में सेंसेक्स ने 6 में से 5 बार सकारात्मक रिटर्न दिखाया। औसतन, इन छह महीनों में सेंसेक्स ने 8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। 2021 के कुंभ मेला के बाद सबसे बड़ी रैली देखी गई, जब सेंसेक्स में 29 फीसदी की वृद्धि हुई। 2010 में भी 16.8 फीसदी की वृद्धि हुई थी। हालांकि, 2015 के कुंभ मेले के बाद सेंसेक्स में 2.5 फीसदी की गिरावट आई थी।

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