पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को भी बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ था. शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स 800 अंक गिरकर 77000 अंक से नीचे 76535 के स्तर पर आ गया.
नई दिल्ली: आज शेयर बाजार की शुरुआत बेहद खराब रही. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों पूरी तरह से लाल निशान में हैं. पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को भी बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ था. शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स 800 अंक गिरकर 77000 अंक से नीचे 76535 के स्तर पर आ गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी करीब 260 अंक गिरकर 23,172 अंक पर आ गया है. शेयर बाजार में इस गिरावट से निवेशकों को 4.22 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
शेयर बाजार में आज की गिरावट में एक बार फिर सबसे बड़ी मार मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों पर पड़ी है. निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 900 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. निफ्टी का स्मॉलकैप इंडेक्स भी 250 अंक गिर गया है. आज बाजार में आए तूफान के चलते सभी सेक्टर के शेयरों में गिरावट देखी जा रही है. बैंकिंग से लेकर ऑटो, आईटी, मेटल, एफएमसीजी, फार्मा, हेल्थकेयर और एनर्जी सेक्टर के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है. बाजार की अस्थिरता मापने वाली कंपनी इंडिया विक्स 6.77% की बढ़त के साथ कारोबार कर रही है.
सोमवार के सत्र में मनी मार्केट में एक डॉलर के मुकाबले रुपया फिर से सबसे निचले स्तर पर आ गया है. आज के सत्र में एक डॉलर के मुकाबले रुपया 43 पैसे गिरकर 86.40 के स्तर पर आ गया है, जबकि पिछला बंद भाव 85.97 रुपये पर था. यह पहली बार है कि एक डॉलर के मुकाबले रुपया इस स्तर तक गिरा है.
रूसी तेल कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों ने भारत की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. भारत के लिए रूस से कच्चा तेल आयात करना मुश्किल हो सकता है. ऐसे में उसे दूसरे देशों से ऊंची कीमत पर कच्चा तेल आयात करना होगा. अमेरिका के फैसले से कच्चे तेल की कीमत चार महीने के उच्चतम स्तर 81.44 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई है.
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