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दिल्ली वालों की जेब कितनी गर्म, देश के इन राज्यों से बेहतर या बदतर?

देश की राजधानी दिल्ली के लोगों की सालाना आय गोवा और सिक्किम जैसे छोटे राज्यों के लोगों से भी कम है. वर्ष 2023-24 में दिल्ली के लोगों की प्रति व्यक्ति सालाना आय 4 लाख 61 हजार 910 रुपये तक पहुंच गई है.

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  • January 11, 2025 11:46 am Asia/KolkataIST, Updated 2 weeks ago

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में छोटे शहर के लोगों को लगता है कि यहां के ज़्यादातर लोगों के पास बहुत पैसा है. यहां के लोग पैसों से आलीशान ज़िंदगी जीते हैं. चलिए आगे जानते हैं कि इस बड़े शहर की सच्चाई, क्या यहां के लोगों की जेबें गर्म रहती हैं या ठंडी.

दिल्ली के लोगों की सालाना आय

देश की राजधानी दिल्ली के लोगों की सालाना आय गोवा और सिक्किम जैसे छोटे राज्यों के लोगों से भी कम है. वर्ष 2023-24 में दिल्ली के लोगों की प्रति व्यक्ति सालाना आय 4 लाख 61 हजार 910 रुपये तक पहुंच गई है. पिछले साल के मुकाबले इसमें 7.4 % की बढ़ोतरी हुई है. यह देश की औसत प्रति व्यक्ति आय 1,84,205 रुपये से दोगुनी से भी ज़्यादा है. यह गोवा और सिक्किम के बाद देश में तीसरी सबसे ज़्यादा आय है. दिल्ली सरकार की सांख्यिकी पुस्तिका से यह बात सामने आई है. दिल्ली सरकार द्वारा हर साल जारी की जाने वाली सांख्यिकी पुस्तिका में राष्ट्रीय राजधानी के सामाजिक-आर्थिक, जनसांख्यिकीय और बुनियादी ढांचे से जुड़े आंकड़े शामिल होते हैं.

स्कूलों की संख्या घटी

सबसे चौकाने वाला आंकड़ा ये है कि दिल्ली की सड़कों पर चलने वाले वाहनों की संख्या में करीब एक तिहाई की कमी आई है. यह 2021-22 में 1 करोड़ 22 लाख से घटकर 2022-23 में 79 लाख 45 हजार रह गई है. दिल्ली में स्कूलों की संख्या 2023-24 में 5,666 से घटकर 5,487 रह गई है. साल 2020-21 में स्कूलों में लड़कों की संख्या 23 लाख 60 हजार और लड़कियों की 21 लाख 18 हजार थी. वहीं साल 2023-24 में लड़कों की संख्या बढ़कर 23 लाख 70 हजार और लड़कियों की संख्या 21 लाख 36 हजार रह गई.

वाटर कनेक्शन में हुई वृद्धि

दिल्ली में दो साल में पानी के कनेक्शनों की संख्या में 1.8 लाख की वृद्धि हुई है. साल 2021-22 में यह 25.4 लाख थी, जो 2023-24 में बढ़कर 27.2 लाख हो गई है. इस बीच, पानी की खपत भी 6,894 लाख किलोलीटर से बढ़कर 7,997 लाख किलोलीटर प्रतिदिन हो गई है. सिनेमा स्क्रीन की संख्या 10 बढ़कर 137 से 2023 में 147 हो गई है. रोजाना सिनेमा शो की संख्या भी 623 से बढ़कर 740 हो गई है. विधानसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर दिल्ली सरकार द्वारा जारी ये आंकड़े दिल्ली के विकास के खूबसूरत आंकड़े पेश करते हैं.

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