नई दिल्ली. महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (एमएंडएम) ने शुक्रवार को एक बड़ी घोषणा की है. महिंद्रा ग्रुप के नए बोर्ड का गठन हुआ है जिसमें अध्यक्ष से गैर-कार्यकारी अध्यक्ष तक आनंद महिंद्रा की भूमिका को बदलने की मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही ऑटोमोजर ने एक बयान में कहा कि पवन गोयनका को 11 नवंबर, 2020 तक प्रबंध निदेशक और सीईओ के रूप में फिर से नामित किया गया है. इस फैसले के साफ कि कार्यकारी अध्यक्ष आनंद महिंद्रा अपने पद से हट जाएंगे और अगले साल 1 अप्रैल, 2020 से गैर-कार्यकारी अध्यक्ष बन जाएंगे.
इन परिवर्तनों की घोषणा करते हुए आनंद महिंद्रा ने कहा में अपनी नई भूमिका में, मैं खुद को महिंद्रा समूह के विवेक के रक्षक के रूप में देखता हूं. मैं अपने मूल्यों के संरक्षक और अपने शेयरधारकों के हितों के प्रहरी के रूप में रहुंगा. मैं बोर्ड के माध्यम से निरीक्षण करना जारी रखूंगा.
ऑटो प्रमुख महिंद्रा एंड महिंद्रा (एम एंड एम) कंपनी ने अनीश शाह को अप्रैल 2021 तक मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) के रूप में नियुक्त किया है. इसके साथ ही 2 अप्रैल 2021 के बाद उन्हें प्रबंध निदेशक और सीईओ के रूप में नियुक्त किया जाएगा. वीएस पार्थसारथी 1 अप्रैल, 2020 को सीएफओ के रूप में पद छोड़ेंगे. पार्थसारथी मोबिलिटी सर्विसेज सेक्टर की कमान संभालेंगे, जो कि आफ्टर-मार्केट सेक्टर, महिंद्रा लॉजिस्टिक्स और ऑटो मोबिलिटी सर्विसेज को मिलाकर एक नया सेक्टर बनाया जा रहा है.
बोर्ड ने राजेश जेजुरिकर की नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी, जो वर्तमान में अध्यक्ष – फार्म उपकरण क्षेत्र, कार्यकारी निदेशक (ऑटो और कृषि क्षेत्र) के रूप में हैं. इसके अलावा, 1 अप्रैल, 2020 को सी.पी. टेक महिंद्रा लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ गुरनानी, एमएंडएम बोर्ड में एक गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में शामिल होंगे. राजीव दुबे, समूह अध्यक्ष (एचआर एंड कॉरपोरेट सर्विसेज) और सीईओ (आफ्टर-मार्केट सेक्टर), 1 अप्रैल 2020 को सेवानिवृत्ति की उम्र तक पहुंचने पर सेवानिवृत्त होंगे. वह गैर-कार्यकारी और सलाहकार क्षमता में समूह के साथ जुड़े रहेंगे. रूजबेह ईरानी ग्रुप एचआर एंड कम्युनिकेशंस का नेतृत्व करेंगे, जिसमें सीएसआर, एथिक्स और सीआईएस शामिल हैं.
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