Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं. इनमें भारत में पाकिस्तानी दूतावास बंद करना, सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना, सिंधु जल समझौता समाप्त करना और अटारी चेकपोस्ट बंद करना शामिल है. इन फैसलों ने अवैध रूप से भारत में रह रही पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं. क्या सीमा हैदर को भारत से निर्वासित किया जाएगा या उनके कोर्ट में विचाराधीन मामले को देखते हुए कोई विशेष रियायत मिलेगी?
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले जिसमें 28 लोगों की जान गई. सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी दूतावास को बंद कर दिया और सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने का ऐलान किया. साथ ही पाकिस्तानी राजनयिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया गया.
सीमा हैदर जो मई 2023 में नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत में प्रवेश की थीं. अब इस नए परिदृश्य में चर्चा का केंद्र बन गई हैं. सीमा ने ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में रहने वाले सचिन मीणा से शादी की है और हिंदू धर्म अपनाने का दावा किया है. हाल ही में उन्होंने सचिन के साथ एक बेटी को जन्म दिया. जिसने उनकी स्थिति को और जटिल बना दिया है. हालांकि सीमा के पास भारत की नागरिकता नहीं है और उनका मामला उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) की जांच के दायरे में है.
सीमा हैदर का अवैध रूप से भारत में प्रवेश का मामला नोएडा की एक अदालत में विचाराधीन है. 4 जुलाई 2023 को उन्हें और सचिन मीणा को गिरफ्तार किया गया था. लेकिन बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया. सीमा ने बार-बार दावा किया है कि वह भारत में ही रहना चाहती हैं और यहीं उनकी मृत्यु होगी. उनके वकील एपी सिंह ने भी उनकी ओर से भारत में रहने की पैरवी की है. दूसरी ओर सीमा के पाकिस्तानी पति गुलाम हैदर ने उनके चार बच्चों की कस्टडी के लिए भारतीय और पाकिस्तानी अदालतों में याचिका दायर की है.
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