Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने भारत-पाकिस्तान तनाव को चरम पर पहुंचा दिया. इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद पाकिस्तान ने पहलगाम हमले की जांच में रूस और चीन को शामिल करने की मांग की है. इस बीच कश्मीर के किश्तवाड़ में सेना की वर्दी पर प्रतिबंध और भारतीय नौसेना की मिसाइल ड्रिल ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने रूसी मीडिया रिया नोवोस्ती को बताया ‘पहलगाम हमले की जांच में रूस और चीन को शामिल किया जाए.’ उन्होंने हमले को ‘भारत का झूठा ऑपरेशन’ करार देते हुए सबूत मांगे. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी तटस्थ और पारदर्शी जांच की पेशकश की. भारत ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) है.
कश्मीर के किश्तवाड़ जिला प्रशासन ने आतंकी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए सेना की वर्दी की सिलाई, बिक्री और रखने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया. यह कदम संदिग्धों द्वारा सैन्य वर्दी का दुरुपयोग रोकने के लिए उठाया गया. स्थानीय पुलिस ने दुकानदारों को आदेश का पालन करने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने को कहा.
भारतीय नौसेना ने अरब सागर में कई एंटी-शिप मिसाइल फायरिंग ड्रिल आयोजित कीं. जिसमें ब्रह्मोस और बराक-8 मिसाइलों का सटीक निशाना प्रदर्शित किया गया. नौसेना के एक अधिकारी ने कहा ‘भारतीय नौसेना देश की समुद्री सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है.’ यह ड्रिल पाकिस्तान के सतह-से-सतह मिसाइल परीक्षण की घोषणा के जवाब में देखी जा रही है.
हमले के बाद सुरक्षाबलों ने कश्मीर घाटी में तलाशी अभियान तेज कर दिया. पिछले तीन दिनों में 10 आतंकियों के घर विस्फोट से ध्वस्त किए गए. भारत ने 272 पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया जबकि 629 भारतीय जिनमें 13 राजनयिक शामिल हैं. पाकिस्तान से लौट चुके हैं. भारत ने सिंधु जल संधि निलंबित कर दी. जिसे पाकिस्तान ने युद्ध की कार्रवाई करार दिया.
यह भी पढे़ं- भारत और पाकिस्तान में टकराव… किसकी सेना ज़्यादा ताकतवर? अगर युद्ध हुआ तो कौन जीतेगा?