Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले जिसमें 26 पर्यटकों की हत्या हुई. जिसने भारत को कड़े कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया. इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया. जबकि पाकिस्तान ने भारत के जवाबी हमले की आशंका में अपनी तैयारियां शुरू कर दीं. इस बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ अहम बैठक की और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक गृह मंत्रालय पहुंचे है.
27 अप्रैल 2025 को जनरल अनिल चौहान ने दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और पहलगाम हमले के बाद सैन्य रणनीतियों पर चर्चा की. सूत्रों के अनुसार इस बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाइयों और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया गया. जनरल चौहान ने सैन्य तैयारियों और आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की जानकारी दी. रक्षा मंत्री ने कहा ‘हम आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहनशीलता की नीति पर कायम हैं. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.’
सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में आतंकियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया. पिछले तीन दिनों में नौ आतंकियों के घर विस्फोट से ध्वस्त किए गए. इनमें शामिल हैं-
ये कार्रवाइयां पहलगाम हमले से जुड़े आतंकियों और उनके समर्थकों को निशाना बनाने के लिए की गईं.
केंद्र सरकार ने पहलगाम हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी. NIA ने 23 अप्रैल से बैसारन घाटी में जांच शुरू की और जम्मू-कश्मीर पुलिस से केस डायरी और FIR प्राप्त करेगी. NIA की टीमें लोगों से पूछताछ और सबूत जुटाने में जुटी हैं.
श्रीनगर में आतंकी नेटवर्क तोड़ने के लिए 64 ठिकानों पर UAPA के तहत छापेमारी की गई. कुलगाम में दो आतंकी मददगारों को गिरफ्तार किया गया. श्रीनगर पुलिस ने हथियार और डिजिटल उपकरण जब्त किए.
यह भी पढे़ं- भारत और पाकिस्तान में टकराव… किसकी सेना ज़्यादा ताकतवर? अगर युद्ध हुआ तो कौन जीतेगा?