Bihar Politics: बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को सियासी हंगामे का केंद्र बन गया. कांग्रेस की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा के समापन पर मुख्यमंत्री आवास घेराव के दौरान स्थिति बेकाबू हो गई. पुलिस ने कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार समेत कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. जबकि प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया.
कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के नेतृत्व में शुरू हुई ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा का शुक्रवार को अंतिम दिन था. इस यात्रा का मकसद बिहार के युवाओं में बेरोजगारी और पलायन की समस्या को उजागर करना था. कन्हैया कुमार जो इस यात्रा के प्रमुख चेहरों में से एक थे. उन्होनें कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ज्ञापन सौंपने की योजना बनाई थी. लेकिन जैसे ही प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़े. पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. इस दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई.
#WATCH पटना, बिहार: कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा बिहार में पलायन और बेरोजगारी के खिलाफ पदयात्रा के दौरान NSUI के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। https://t.co/bDluDBfyEP pic.twitter.com/Yc2GYdQs6i
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 11, 2025
कन्हैया कुमार ने कहा ‘हम बिहार के युवाओं की आवाज उठा रहे हैं. सरकार जवाब देने की बजाय हमें दबाने की कोशिश कर रही है.’ लेकिन पुलिस ने प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और वाटर कैनन का सहारा लिया. जिससे कई कार्यकर्ता घायल हो गए.
पुलिस कार्रवाई के दौरान कन्हैया कुमार के साथ-साथ युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानू चिब और बिहार युवा कांग्रेस के अध्यक्ष शिव प्रकाश गरीब दास को भी हिरासत में लिया गया. सभी को पटना के कोतवाली थाने ले जाया गया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया ‘प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने की अनुमति थी. लेकिन नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई करनी पड़ी.’ इस घटना ने बिहार की सियासत में नया तनाव पैदा कर दिया है.
कांग्रेस की यह पदयात्रा बिहार में बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों को लेकर थी. जो लंबे समय से राज्य की सबसे बड़ी समस्याओं में से हैं. लाखों युवा हर साल बेहतर अवसरों की तलाश में बिहार छोड़कर दूसरे राज्यों में जा रहे हैं. कन्हैया कुमार ने अपनी यात्रा के दौरान कई जिलों में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा ‘बिहार के युवा नौकरी मांग रहे हैं लेकिन सरकार के पास कोई जवाब नहीं है. हमारी लड़ाई हर उस युवा के लिए है जो अपने भविष्य के लिए संघर्ष कर रहा है.’
इस घटना ने बिहार की सियासत को और गर्मा दिया है. कांग्रेस इस मुद्दे को विधानसभा चुनाव से पहले युवाओं के बीच अपनी पैठ बढ़ाने के लिए इस्तेमाल कर रही है. वहीं सत्तारूढ़ जद(यू)-बीजेपी गठबंधन पर दबाव बढ़ गया है. विपक्ष का आरोप है कि सरकार युवाओं की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है. दूसरी ओर सत्तापक्ष का दावा है कि बिहार में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं और विपक्ष केवल सियासी ड्रामा कर रहा है.