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जीतन राम मांझी ने बीजेपी को दिखाई औकात, मोदी को किया दरकिनार, बिहार की सियासत में मचेगा भूचाल।

जीतन राम मांझी ने आज मंच से खुलआम ऐसी बात कह दी जो कि एनडीए खेमे के लिए शुभ संकेत नहीं है। मांझी के बयान से एनडीए नेताओं की टेंशन बढ़ गई है। मांझी मुंगेर में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

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jitaram manjhi
  • January 21, 2025 9:54 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 weeks ago

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ गई है। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने चुनाव में अपनी पार्टी की भूमिका को लेकर कुछ तीखे बयान दिए हैं, जिसके बाद बिहार की राजनीति में खलबली मच गई है। दिल्ली में टिकट न मिलने के बाद, वह बीजेपी के खिलाफ आक्रामक हो गए हैं। मांझी ने कहा कि एनडीए ने उनकी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) को कमजोर समझकर बड़ी गलती की है। मुंगेर में भूइयां-मुशहर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने का ऐलान किया है।

मांझी ने कहा…

मांझी ने कहा, ‘‘एनडीए में हमारी पार्टी की उपेक्षा हो रही है। झारखंड विधानसभा चुनाव में हमें कोई सीट नहीं दी गई। दिल्ली में भी हमारी पार्टी को कोई सीट नहीं मिली। वे कहते हैं कि हमने सीट नहीं मांगी, तो नहीं मिली। क्या यह न्याय है? क्या हमारा कोई अस्तित्व नहीं है? अगर हमारी ताकत देखनी है तो मेरी जनसभाओं को देखो। आज मुंगेर में कितने लोग आए हैं, यह देखो।’’ मांझी ने कहा कि झारखंड और दिल्ली में हमारी कोई हैसियत नहीं थी, लेकिन बिहार में हम अपनी ताकत दिखाएंगे।

मुझे मोदी कैबिनेट छोड़नी पड़ेगी

मांझी ने इशारे-इशारे में यह भी कहा कि शायद उन्हें मोदी कैबिनेट छोड़नी पड़ेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमारी बात नहीं सुनी गई तो मुझे मोदी कैबिनेट छोड़नी पड़ेगी। मेरे पास जनसमर्थन है और वोट भी हैं, तो हमें सीट क्यों नहीं दी गई? यह सवाल है जो मुझे पूछना है। हमें अपनी ताकत के मुताबिक सीट मिलनी चाहिए। हम किसी के फायदे के लिए नहीं, बल्कि दलितों के फायदे के लिए सीट मांग रहे हैं।’’ इसके अलावा, मांझी ने बिहार के भूमिहीन दलितों के लिए भी एक अहम बात की। उन्होंने कहा कि बिहार के सभी भूमिहीन दलितों को पांच-पांच डिसमिल जमीन मिलनी चाहिए। जब वे मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने तीन डिसमिल जमीन देने का फैसला किया था, जिसे अब बढ़ाकर पांच डिसमिल किया जाना चाहिए।

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